नई दिल्ली, 3 मई 2025 — पहलंगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह बैठक दिल्ली में प्रधानमंत्री के आवास पर करीब 30 मिनट तक चली। दोनों नेताओं ने पहलंगाम आतंकी हमला और राज्य की मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की।
CM उमर अब्दुल्ला ने जताई दुख और जिम्मेदारी की भावना
22 अप्रैल को पहलंगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुद को इन मौतों के लिए नैतिक रूप से जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा,
“मैंने इन पर्यटकों को आमंत्रित किया था, वे मेरे मेहमान थे। उन्हें सुरक्षित वापस भेजना मेरी जिम्मेदारी थी, जिसमें मैं असफल रहा।”
‘इस वक्त राज्य का दर्जा मांगना शर्म की बात होगी’ — उमर अब्दुल्ला
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बोलते हुए कहा,
“अगर मैं इस समय केंद्र से राज्य का दर्जा मांगू, तो मुझ पर लानत हो।”
पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान, भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
सरकारी सूत्रों के अनुसार, हमले में शामिल पांच आतंकियों की पहचान हुई है, जिनमें से तीन पाकिस्तानी नागरिक हैं। भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान से सभी प्रकार की डाक, आयात और ट्रांजिट सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद कर दी हैं।
फारूक अब्दुल्ला का बयान: ‘डर फैलाने वाले हार गए’
उमर अब्दुल्ला के पिता और वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने पहलंगाम का दौरा किया और पर्यटकों से मुलाकात की। उन्होंने कहा,
“कश्मीर भारत का हिस्सा था, है और रहेगा। आतंकवाद से हम नहीं डरेंगे। यह देश एक दिन सुपरपावर बनेगा।