नई दिल्ली, 7 मई 2025 — भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए।
यह जवाबी हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद किया गया, जिसमें 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक शहीद हुए थे।
किन-किन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया?
पीओके (PoJK) में निशाना बने आतंकी कैंप:
- सवाई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद
- लश्कर-ए-तैयबा का ट्रेनिंग सेंटर
- सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमलों के आतंकवादी यहीं से प्रशिक्षित थे।
- सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद
- जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य ठिकाना
- हथियार और जंगल युद्ध प्रशिक्षण केंद्र
- गुलपुर कैंप, कोटली
- राजौरी और पुंछ में सक्रिय लश्कर का बेस
- 2023 और 2024 में पुंछ में हुए हमलों के पीछे यही कैंप था।
- बरनाला कैंप, भींबर
- हथियारों और विस्फोटकों का प्रशिक्षण केंद्र
- अब्बास कैंप, कोटली
- लश्कर के फिदायीन आतंकी यहीं तैयार होते थे
- यहां 15 आतंकियों को एक साथ ट्रेनिंग दी जा सकती थी।
पाकिस्तान में निशाना बने आतंकी ठिकाने:
- सरजल कैंप, सियालकोट
- मार्च 2025 में जम्मू-कश्मीर पुलिस पर हमला करने वाले आतंकियों का ट्रेनिंग सेंटर
- महमूना जोया कैंप, सियालकोट
- पठानकोट एयरबेस पर हमले की साजिश यहीं से रची गई थी
- मरकज़ तैयबा, मुरिदके
- 2008 मुंबई हमले में शामिल अजमल कसाब और डेविड हेडली यहीं से प्रशिक्षित हुए थे
- मरकज़ सुभानअल्लाह, बहावलपुर
- जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय
- यहीं से आतंकियों की भर्ती और ब्रेनवॉशिंग की जाती थी
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह हमला “फोकस्ड, संतुलित और गैर-उत्तेजक” था। किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। भारत ने दिखाया है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि हमलावरों को ऐसी सज़ा दी जाएगी, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।
ऑपरेशन सिंदूर” केवल एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि यह एक सख्त संदेश है कि भारत अब आतंक के खिलाफ सीधा और निर्णायक कदम उठाने के लिए तैयार है।