भारत सरकार ने देशभर में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का निर्देश दिया है। इसके तहत बुधवार, 7 मई 2025 को शाम 8 बजे से कई शहरों में 10–15 मिनट का बिजली बंद (ब्लैकआउट) किया जाएगा। इसका उद्देश्य संभावित युद्ध या आतंकी हमले की स्थिति में तैयारियों की जांच करना है।
कौन-कौन से शहर प्रभावित होंगे?
देश के कई बड़े शहरों में यह मॉक ड्रिल किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
- दिल्ली (NDMC क्षेत्र)
- मुंबई (गोवंडी, तारापुर)
- पंजाब (फिरोजपुर — यहां ब्लैकआउट रात 9 बजे से शुरू होगा)
- अन्य प्रमुख राज्य भी इस अभ्यास में शामिल हैं।
कब होगा ब्लैकआउट?
- अधिकतर शहरों में ब्लैकआउट शाम 8 बजे से शुरू होगा, और 10 से 15 मिनट तक चलेगा।
- यह सिर्फ एक मॉक ड्रिल है — वास्तविक बिजली कटौती नहीं।
क्यों हो रही है यह मॉक ड्रिल?
इस अभ्यास का सीधा संबंध भारत-पाक तनाव और हालिया आतंकी हमलों से है। खासकर 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि
इसी दिन भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों पर प्रेसिजन मिसाइल स्ट्राइक की। इसमें 70 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
सेना के बयान के अनुसार:
“ये हमले उन्हीं स्थानों पर किए गए जहां से भारत पर आतंकी हमले की योजना और संचालन होता है।”
मॉक ड्रिल में ब्लैकआउट क्यों जरूरी?
ब्लैकआउट युद्धकालीन रणनीति होती है, जिसमें रात के समय बिजली बंद कर दी जाती है ताकि दुश्मन ड्रोन, मिसाइल या हवाई हमले के ज़रिए निशाना न बना सके।
मॉक ड्रिल में आमतौर पर शामिल होते हैं:
- ब्लैकआउट (बिजली कटौती)
- सायरन अलर्ट
- आपातकालीन निकासी अभ्यास
- नकली हताहतों का आकलन
भारत सरकार के निर्देश पर यह मॉक ड्रिल सावधानी और तैयारी का संकेत है, न कि डर का कारण। नागरिकों से अपील है कि वे इस दौरान सहयोग करें और घबराएं नहीं।